Rajiv Dixit Says, " English is Sign of Slavery

>> Thursday, July 29, 2010

राजीव दीक्षित जी ने हाल ही में दिए अपने व्याख्यान में कहा कि अंग्रजी हमारी गुलामी का पर्त्तिक है | अंग्रेजी भाषा को जरूरत से ज्यादा महत्व देना इस जहर का प्रमुख कारण है। व्यापार एवं राजनीतिक संबधों को कायम करने तक यह ठीक है, लेकिन बोलचाल व सरकारी कामकाज में इसका अत्यधिक प्रयोग घातक सिद्ध हुआ है। जिन लोगों ने हमें गुलाम बनाया, लूटा, हमारी बहन बेटियों के साथ दुर्व्यवहार किया और हम पर अत्याचार किए, उनकी भाषा का प्रयोग करना हमारे लिए शर्म की बात है। सबसे पहले राष्ट्र भाषा इसके बाद प्रांतीय, क्षेत्रीय और अंत में अंग्रेजी को महत्व दिया जाना चाहिए। हमारे यहां उल्टा ही हो रहा है। हां भारत के प्रत्येक नागरिक को कम से कम दो या तीन भाषाओं का ज्ञान होना चाहिए।


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