( 2:00 A..M. 5/6/2011) सोई हेई जनता पर हमला जलीयवाला बाग का खुनी कत्ल की याद ताजा करता है

>> Sunday, June 5, 2011

आज सुबह ही मुझे कुछ मेरे कार्यकर्ताओं के मेसेज आंना शुरू हुए | जिस में उन्होंने रामलीला मैदान में अनशन पर बैठे निर्दोष जनता के ऊपर मार पीट की सुचना दी | मेरे हिसाब से यह बहुत ही गलत हुआ है | वैसे एक मेरे मित्र की भी इछा थी के वह भी रामलीला मैदान जाकर विदेशो में काले धन को वापिस लाने के लिए अनशन पर रहे | पर निजी प्रॉब्लम के कारण वह जा नहीं सका | पर लगभग 5,00,000 लोग माँ भारती के लिए शांति पूर्वक अनशन कर रहे थे | उन सोतो लोगों पर लाठी व् असू गैस छोरना इस महान भारत के महान लोकतंत्र पर आघात करना है |  यह वह मुदा जिसे राजीव भाई ने सब से पहले उठाया था | इस का एक मात्र उदेश विदेश काले धन को गरीबों में बाँटना  था | पर इस कारवाही से यह सपष्ट हो जाता है की सरकार व् कंग्रस जनता की आवाज को दबाना चाहती है | जो कबी हो नहीं सकता |

मैं भी 1000 and 500 Rs. के नोट बंद करने के पक्ष में हूँ | मैं भी राजीव भाई के सपनो का भारत देखने के सपने देखता हूँ |

जहां न तो ज्यवाला कांड हो ना ही रात के २ बजे शांत सोयी हू जनता पर कातालाना हमला हो |  पर मेरे हिसाब से अब हथयार उठा लेने की सख्त जरुरत है | आप को याद होगा उधम सिंह जी ने भी हथयार उठाया था व् ज्ल्यावाला बाग के कातल का अंत हुआ था | अब लगता है एक और उदम सिंह आयेगा व् भष्टाचार व् भष्टाचारी सरकार का अंत करे गा |

जय हिंद , वंदे मातरम , भारत माता की जय


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6 comments:

Anonymous,  June 5, 2011 at 4:42 AM  

Yes we have to rise now and rise like sea and have to take away this corruption and corrupt system there is no other way out. As Rajiv ji was killed that way only can happen to Swami ji we can't wait now it the end of all the things shame to government a big shame to Manmohan Singh.We want to change all the system.

Awadhesh June 5, 2011 at 9:46 AM  

I agree with everything u say

संजय राणा June 5, 2011 at 8:47 PM  

प्रिय विनोद भाई ये जो क्रूरता इन कांग्रेसी गुंडों ने दिखाई है वो आजाद भारत के इतिहास का काला दिन गिना जाएगा, हमारे सम्मान को बहुत ही बेदर्दी व् बेहरहमी से कुचला गया है मैं भी राम लीला मैदान गया था पर ये मेरा दुर्भाग्य था की मैंने स्वामी जी के आदेश का पालन किया उन्होंने कहा था की जो लोग पहले से यहाँ आए हैं कृपया वापिस जायं और नए आने वालो को भी इस पवित्र स्थान पर कुछ देश सेवा करने का मौका दें बस इसी आदेश को पाकर मैं सायं सात बजे पांच तारीक को लौट आया और मुझे सुबह सुबह ही मेरे मित्र जो की राजिव भाई के साथ भी रह चुके हैं दिवस गौर जो इस अनशन के लिय जयपुर से आए थे जी ने मुझे फोन से बताया की संजय भाई रात को जो कहर यहाँ वरपा है उसने तो जलियांवाला बाग ह्त्या कांड की याद ताजा कर दी है , मैंने भी कहा सरफरोशी की तम्मना अब हमारे दिल में है ..देखना है की जोर बाजुए कातिल में कितना है... विनोद भाई मैंने वहाँ पर आपका भी जिक्र किया था अपने मित्रों संग.
आप मुझे संपर्क कर सकते हैं मेरे ब्लॉग के माध्यम से :
www.krantikarideshsevak.blogspot.com

sandy June 6, 2011 at 8:55 PM  

Bhai main bhee uss raat ko ramlila maidan me thaa but swami ji ne kahan koi police wwlo ko haath nahi utahyega....isliye ruk gaye warna police walo ke gunse unhee ko goli mar sakte the , aise andolan dabega nahi but aur bhee sola bankar foontega..

Kanak Bihari Pathak,  June 6, 2011 at 10:59 PM  

Ram Leela Maidan kand is not a new one in our country because this type of action is being done since last 950 years against nationalists as Mughal Kal, Britishers and so called independent India is also in the hands of the representatives of foreighers. Therefore we should have patience this time and serious thought should be developed for secure future of our comming generation.

Kanak Bihari 'Pathak'

Shiv Kant Pandit,  June 22, 2011 at 3:49 AM  

It is most panic to feel the 4th June Black night being the victim of massive destruction by the Rulers. Now it is seemed that Baba Ramdev and Bharat Swabhiman Organisation formerly AZadi Bachou Andolan is a body without head and brain. The few most dedicated devotees of Martyrs Bhai Rajiv Dixit Jee who always ready to sacrifice their lives for the sake of the dream of Bhai Rajiv jee and his preaches for Angregi Vayvastha parivartan, Swadeshi mantra, Eradication of Salve Rules of Britishers which is carrying forward since 1947 in the name of Transfer of Power (1947 Act) and to establish Swaraj and swbhiman Bharat etc. in lieu thereof. It could only be led by genuine freedom fighter like Bhai Rajiv jee who was the Chanakya minded brain. History is not written or destroyed in a night . Every follower of Shri Rajivjee will have to adopt the characteristics of Chanakya to obtain unity. A strategic plan to be followed with the skill of Sri Krishna and Sri Ramchandra, skilled with politics, diplomacy, intellectual and arms and should be as brilliant as Bhai Rajiv jee. The devil will automatically be destroyed with the vast effect of pious influence of pure commitment.
Shiv Kant Pandit

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