Ban on Cricket because ( क्रिकेट की नकली देशभक्ति)
>> Monday, April 4, 2011
हमारी देशभक्ति सिर्फ क्रिकेट के लिए ही क्यों जागती है वो भी तब जबकि इस
टूर्नामेंट के सारे मैच इंडिया के लिए फिक्स है और इंडिया की जीत पक्की है | इस
देश में और भी बहुत सारी समस्याए है जिन पर फ़ौरन काम किये जाने की ज़रुरत है पर
हमारा देश क्रिकेट की अफीम खा के सोया पड़ा है और लुटेरे क्रिकेट की आड़ में
देश को लूट रहे है | मेरी नज़र में तो सबसे पहले बैन क्रिकेट पे ही लगना चाहिए
क्योंकि इस खले से हमें सिर्फ नुकसान ही नुकसान है | फायदा होता है तो सिर्फ
नेताओ, कॉरपोरेट्स और खिलाडियों को | मात्र 8 देशो में खेले जाने वाले खेल का
वर्ल्ड कप अगर हम फिक्स मैचो के कारण जीत भी लेते है तो भी कौन सा देश की शान
बढती है ? शान तो तब बढे जब दुनिया के सबसे बड़े टूर्नामेंट फुटबाल के वर्ल्ड
कप में हमारा देश कुछ कर दिखाए या ओलंपिक में हम 15-20 गोल्ड मेडल ले कर आये |
इस क्रिकेट की वजह से तो बाकी सारे खेल भी इस देश से खत्म हो गए | जिस हॉकी ने
इस देश को 8 गोल्ड मेडल दिलवाए ओलम्पिक मे आज उसकी दुर्दशा हो गयी इस क्रिकेट
की वजह से | और तो और इस वर्ल्ड कप मे ना तो नये स्टेडियम बने न ही दर्शको के
लिए सुविधाए बढ़ी | उलटे खाने पीने की वस्तुओ तक को सुरक्षा के नाम पर ले जाने
से रोका ताकि स्टेडियम के भीतर दर्शको को लूटा जा सके और 10 रु की पानी की बोतल
को 100-200 रु में बेंचा जा सके | जिस टिकट के लिए मूर्ख जनता ने मार खायी वो
भी ज़बरदस्त ब्लैक में बिका | और हम क्रिकेट की अफीम खा कर बैठे है | इस
भ्रष्टाचार को दरकिनार कर मुफ्त में ही खुश हो रहे है | जिस बात पर हमें शर्म
आनी चाहिए उस पर खुश हो रहे है हम | हम तो हर दिन अप्रैल फूल बन रहे है
टूर्नामेंट के सारे मैच इंडिया के लिए फिक्स है और इंडिया की जीत पक्की है | इस
देश में और भी बहुत सारी समस्याए है जिन पर फ़ौरन काम किये जाने की ज़रुरत है पर
हमारा देश क्रिकेट की अफीम खा के सोया पड़ा है और लुटेरे क्रिकेट की आड़ में
देश को लूट रहे है | मेरी नज़र में तो सबसे पहले बैन क्रिकेट पे ही लगना चाहिए
क्योंकि इस खले से हमें सिर्फ नुकसान ही नुकसान है | फायदा होता है तो सिर्फ
नेताओ, कॉरपोरेट्स और खिलाडियों को | मात्र 8 देशो में खेले जाने वाले खेल का
वर्ल्ड कप अगर हम फिक्स मैचो के कारण जीत भी लेते है तो भी कौन सा देश की शान
बढती है ? शान तो तब बढे जब दुनिया के सबसे बड़े टूर्नामेंट फुटबाल के वर्ल्ड
कप में हमारा देश कुछ कर दिखाए या ओलंपिक में हम 15-20 गोल्ड मेडल ले कर आये |
इस क्रिकेट की वजह से तो बाकी सारे खेल भी इस देश से खत्म हो गए | जिस हॉकी ने
इस देश को 8 गोल्ड मेडल दिलवाए ओलम्पिक मे आज उसकी दुर्दशा हो गयी इस क्रिकेट
की वजह से | और तो और इस वर्ल्ड कप मे ना तो नये स्टेडियम बने न ही दर्शको के
लिए सुविधाए बढ़ी | उलटे खाने पीने की वस्तुओ तक को सुरक्षा के नाम पर ले जाने
से रोका ताकि स्टेडियम के भीतर दर्शको को लूटा जा सके और 10 रु की पानी की बोतल
को 100-200 रु में बेंचा जा सके | जिस टिकट के लिए मूर्ख जनता ने मार खायी वो
भी ज़बरदस्त ब्लैक में बिका | और हम क्रिकेट की अफीम खा कर बैठे है | इस
भ्रष्टाचार को दरकिनार कर मुफ्त में ही खुश हो रहे है | जिस बात पर हमें शर्म
आनी चाहिए उस पर खुश हो रहे है हम | हम तो हर दिन अप्रैल फूल बन रहे है
1 comments:
दम है बात में विचारने वाली बात कही है भाई आपने आभार अछे लेख के लिए
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