आओ शहीद उधम सिंह का शहीदी दिवस मनाए
>> Saturday, July 31, 2010
हिंदी में
आज 31 जुलाई 2010 है आज ही के दिन उधम सिंह को लन्दन में फासी दी गई थी उन का कसूर सिर्फ इतना ही था के उनोने बीस साल बाद जल्यावाले बाग के कातिल को सजा दी थी आओ आज सब मिल के यह कसम खाए के हम इस आजादी को किसी भी कीमत पर खतम नहीं होने देंगे | हमें उधम सिंह के खून की कसम , जब तक साँस में साँस है कुता अंग्रोजो को भारत से निकलने की पूरी कोशिश करे गे |
" अंग्रेज पागल दे पुत्र है, सानु होर उधम सिंघ दी सकत जरूरत है ताकि ऐना अंग्रेजा , ऐना दे सामान , ते ऐना दी भाषा नु सादे भारत देश विचो कद सके "
तो आए हम सब मिलकर कहे
इस महान देश भगत को नमन जिस ने अपने परिवार की परवाह ना की , जिस ने देश के लिए शादी भी नहीं की , जिस ने 21 साल उद्वाएर अंग्रेज को मरने के लिए इंतजार भी किया, जिसे मोत का भी दर नहीं था |
In English
Today is 31st july 2010, today, great freedom fighter Udham Singh was hung in London by White Britishers. They were given this punishment for killing the killer of more than 10,000 poor Indians who were coming for seeing fair in jalyawal bhag Amritsar in punjab state of India. He did best, odvir Englishman was deserve for this. So, he waited 21 years and in 31st july 1940, he killed that killer when, he was giving lecture in conference in london.
All english people are son of dog and they deserve for this because they killed Indian freedom fighter. So, we must send foreign its language, its products and everything which are the sign of India's slavery. We also give promise that like udham singh shahid, we also protect bharat at any cost. We also tribute this great Indian freedom fighter.
आज 31 जुलाई 2010 है आज ही के दिन उधम सिंह को लन्दन में फासी दी गई थी उन का कसूर सिर्फ इतना ही था के उनोने बीस साल बाद जल्यावाले बाग के कातिल को सजा दी थी आओ आज सब मिल के यह कसम खाए के हम इस आजादी को किसी भी कीमत पर खतम नहीं होने देंगे | हमें उधम सिंह के खून की कसम , जब तक साँस में साँस है कुता अंग्रोजो को भारत से निकलने की पूरी कोशिश करे गे |
" अंग्रेज पागल दे पुत्र है, सानु होर उधम सिंघ दी सकत जरूरत है ताकि ऐना अंग्रेजा , ऐना दे सामान , ते ऐना दी भाषा नु सादे भारत देश विचो कद सके "
तो आए हम सब मिलकर कहे
इस महान देश भगत को नमन जिस ने अपने परिवार की परवाह ना की , जिस ने देश के लिए शादी भी नहीं की , जिस ने 21 साल उद्वाएर अंग्रेज को मरने के लिए इंतजार भी किया, जिसे मोत का भी दर नहीं था |
In English
Today is 31st july 2010, today, great freedom fighter Udham Singh was hung in London by White Britishers. They were given this punishment for killing the killer of more than 10,000 poor Indians who were coming for seeing fair in jalyawal bhag Amritsar in punjab state of India. He did best, odvir Englishman was deserve for this. So, he waited 21 years and in 31st july 1940, he killed that killer when, he was giving lecture in conference in london.
All english people are son of dog and they deserve for this because they killed Indian freedom fighter. So, we must send foreign its language, its products and everything which are the sign of India's slavery. We also give promise that like udham singh shahid, we also protect bharat at any cost. We also tribute this great Indian freedom fighter.
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