स्वामी दयांनद जी का बलिदान अंग्रेजों की साजिश के कारण हुआ
>> Tuesday, July 20, 2010
आप को यह जान कर हैरानी होगी कि स्वामी दयांनद जी का बलिदान अंग्रेजों की साजिश के कारण हुआ | अंग्रजों ने बहुत ही चतुराई से इस सबंद्ध में सब दतावेज मिटा दिए है | कुछ दस्तावेज जो मिले है उन से यह साफ पता लग रहा है कि स्वामी दयांनद अंग्रजी साम्राज्वाद के लिए खतरा बन चूका था क्योकिं स्वामी दयांनद सदारण हिंदी भाषा में देश भगती के उपदेश देता था कुछ सुराखो से अंग्रजो को येह भी पता चला था कि इस सन्यासी कि 1857 के क्रान्तिकारियों से भी सबंद थे | यह बात भी सच है क्योकि स्वामी दयानंद अंग्रोजो को ही भारत कि संस्कर्ति कि लिया खतरा मानते थे | इस लिए हमेशा ही स्वाधीनता लाने के लिए उत्सुक रहते थे | नन्ही वेश्या तो अंग्रजो की कठपुतली थी अंग्रजो ने नन्ही जान को एक मोहरा बना कर स्वामी दयानंद जी को कतल करने की साजिश रची | ओर यह सब कुछ इतनी चालाकी से हुआ कि आज तक भी इस सचाई पर पर्दा ही पढ़ा हुआ है |
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